क्या आप डायबिटिक फुट अल्सर से जूझ रहे है ? अपनाएं यह घरेलू उपचार, जिससे मिले तुरंत राहत
डायबटीज़ से पीड़ित व्यक्ति के शरीर में ग्लूकोस स्तर काफी हद तक बढ़ जाता है, जिसकी वजह से तंत्रिकाओं और रक्त वाहिकाओं को धीरे-धीरे नुक्सान पहुंचने लग जाता है | रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचने के कारण पैरों में खून और ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो पाती है | डायबटीज़ से तंत्रिका को हुए नुक्सान के कारण इससे पीड़ित व्यक्ति के पैरों में कुछ महसूस करने की क्षमता काफी कम हो जाती है, जिसकी वजह से पैरों में चोट, जख्म या घाव होने के बावजूद भी, व्यक्ति को इस बात का एहसास नहीं हो पाता है और जिसके परिणामस्वरुप इस चोट, जख्म और कट की वजह से पैरों में इन्फेक्शन और अल्सर की समस्या उत्पन्न होने लग जाती है | इसी अल्सर को मेडिकल टर्म में डायबिटिक फुट अल्सर भी कहा जाता है |
आयुर्वेदिक उपचार को हम सभी लोग लगभग सभी बीमारियों के इलाज के लिए एक प्राकृतिक उपचार मानते है | यह उपचार प्राचीन काल से चल रही सबसे पुरानी शाखाओं में से एक है, जिस पर अधिकतर लोग भरोसा करते है, क्योंकि इन दवाओं की उत्पत्ति प्राकृतिक होती है | आयुर्वेदिक उपचार के माध्यम से डायबटीज़ के साथ-साथ अल्सर की जटिताओं को भी ठीक किया जा सकता है |
डायबिटिक फुट अल्सर की समस्या तब उत्पन्न होती है जब पीड़ित व्यक्ति को लगा कोई जख्म ठीक नहीं होता है और वह अल्सर बन जाता है | यदि कोई भी व्यक्ति ऐसी स्थिति से गुजर रहा है तो बेहतर यही है की समय रहते किसी विशेषज्ञ के पास जाएं और अपना इलाज करवाएं, क्योंकि इस स्थिति के गंभीर होने पर, इसके नतीज़न बेहद खराब हो सकते है |
डायबिटिक फुट अल्सर के शुरुआती चरणों में किसी भी उपचार के माध्यम से इस समस्या से पड़े वाले प्रभावों को कम किया जा सकता है | आइये जानते है ऐसे ही घरेलू उपचार के बारें में :-
- कैफीन है डायबटीज़ फुट अल्सर के लिए फायदेमंद :- कैफीन का सेवन नर्वस सिस्टम को उत्तेजित करने का कार्य करता है, जिससे रक्त संचार काफी हद तक सही हो जाता है और जख्म भी ठीक होने लग जाते है | यदि आप डायबिटिक फुट अल्सर से परेशान है और घरेलू उपचार करना चाहते है तो इसके लिए आप कैफीन का सेवन कर सकते है |
- एलोवेरा है डायबिटिक फुट अल्सर के लिए बेहतर इलाज :- एलोवेरा की मदद से डायबिटिक फुट अल्सर का बेहतर इलाज किया जा सकता है | एलोवेरा में एंटी-इंफ्लामेट्री और एनाल्जेसिक के गुणों से भरपूर होता है, जो डायबिटिक फुट अल्सर के लिए बेहद फायदेमंद होता है | यदि आपके पैर में भी कोई जख्म है तो इसके लिए आप एलोवेरा जेल को उस क्षेत्र पर लगाकर मसाज करें |
- शहद करे डायबिटिक फुट अल्सर को दूर :- यदि अल्सर से आपको बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो शहद की मदद से इन परेशानियों को कम किया जा सकता है | शहद एक किस्म का एंटी-बायोटिक घरेलु उपचार है, जिसका असर काफी प्रभाशाली होता है |
- अपनी संतुलित आहार में मैग्नीशियम को शामिल करें :- एक शोध से यह पता लगा है की खनिज युक्त डाइट का सेवन करने से डायबिटिक फुट अल्सर को कम किया जा सकता है और इसके लिए मैग्नीशियम पदार्थ को सबसे सर्वोत्तम माना जाता है | इसलिए अपने खानपान में पालक, राजमा, केला और डार्क चॉकलेट को शामिल करें |
यदि यह सब करने के बाद भी आपकी स्थिति पर किसी भी प्रकार का सुधार नहीं आ रहा है तो इसके लिए आप आयुष आयुर्वेद एंड पंचकर्म सेंटर से परामर्श कर सकते है, इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट गौहर वात्स्यायन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में स्पेशलिस्ट है, जो इस समस्या को कम करने में आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकते है | इसलिए आज जी आयुष आयुर्वेद एंड पंचकर्म सेंटर नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इस अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |