आयुर्वेद में बच्चों की हर बीमारियों का मिलेगा हल !

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आयुर्वेद में बच्चों की हर बीमारियों का मिलेगा हल !

  • June 8, 2023

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आयुर्वेद एक ऐसी उपचार पद्यति है जिसमे पहले समय से लेकर अब तक हर तरह की बीमारियों का हल बहुत आसानी से मिल जाता है वो भी बिना कोई नुकसान पहुंचाए हुए। इसके अलावा आज हम बात करेंगे की आयुर्वेद बच्चों में उत्पन सामान्य बीमारियों को हल करने में कैसे रामबाण साबित होगी और साथ ही आयुर्वेद में बच्चों से जुडी कौन-कौन सी बीमारी का हल शामिल है, तो वही आपका बच्चा भी अगर छोटी-मोटी बीमारियों से ग्रस्त रहता है तो उन बीमारियों को हल करने के लिए आर्टिकल के साथ अंत तक जरूर से बने रहे ;

आयुर्वेद बच्चों के स्वास्थ्य के लिए कैसे सहायक है ?

  • बच्चों के स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए आयुर्वेद को काफी बेहतर माना जाता है क्योंकि यह बिना किसी साइड इफेक्ट के आपके बच्चे को स्वस्थ रखता है। आयुर्वेद में हर बीमारी का इलाज है। आयुर्वेद में नवजात, शिशु आहार, दांत निकलना, बच्चों के उपचार के सिद्धांत में शामिल हैं। अधिकांश आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां और हर्बल यौगिक बचपन की आम बीमारियों के मामलों में सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल किए जा सकते हैं। 
  • यदि आपको भी अपने बच्चे के स्वास्थ्य जीवन के लिए आयुर्वेद दवाइयों का प्रयोग करना है तो इसके लिए बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से जरूर सलाह ले। बेशक ये बात मानने वाली है की इस दवाई का कुछ नुकसान नहीं है पर सलाह लेने में कोई हर्ज नहीं।

आयुर्वेद में बच्चों की किन-किन बीमारियों का हल पाया जाता है ?

आयुर्वेद में बच्चों की बहुत सी सामान्य बीमारियों का हल आसानी से मिल जाता है वो भी बिना किसी नुकसान के और साथ ही वो कौन-सी बीमारियां है, जिनका हल आयुर्वेद में वर्णित है के बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;

  • यदि आपका बच्चा दस्त की समस्या से परेशान हो तो ऐसे में जायफल पीसकर शहद के साथ सुबह और शाम चटाएं जिससे आपके बच्चे को आराम मिलेगा। और इस आयुर्वेद दवाई को लेने के लिए आप बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक को चुने।
  • खांसी-जुकाम होने पर बच्चे को तुलसी का रस दें। इससे आपके बच्चे को सर्दी नहीं होगी। इसके अलावा थोड़ी सी अदरक और एक ग्राम तेजपत्ते को एक कप पानी में भिगो कर काढ़ा बनाएं। फिर इसमें एक चम्मच मिश्री मिलाकर 1-1 चम्मच की मात्रा में दिन में तीन बार पिलाएं। जिससे बच्चों को आराम मिलेगा।
  • दांत निकलने पर बच्चों को काफी परेशानी होती है। और कई बार ऐसे हालात में बच्चों के दांतों में खुजली की समस्या उत्पन हो जाती है। तो इससे निजात दिलवाने के लिए आपको पीपली को बारीक पीसकर चूर्ण तैयार करना है, जो कपड़े से आसानी से छन सके। इसके बाद पीपली को शहद के साथ मिलाकर अपने बच्चे को दें।
  • तो वही अगर आपका बच्चा कब्ज की समस्या से परेशान है तो प्राकृतिक फाइबर से भरपूर आहार जैसे भीगी हुई किशमिश या खजूर, शहद, चोकर, तिल के बीज और ताजा अंजीर उपयोग में लाए। कब्ज की रोकथाम के लिए पानी की पर्याप्त मात्रा और उच्च फाइबर वाले इन खाद्य पदार्थों का सेवन बच्चे को जरूर से करवाए।

यदि आप चाहते है कि आपके बच्चे को उपरोक्त बीमारियों से राहत मिले तो इन दवाइयों को लेने के लिए आप दीप आयुर्वेदा हॉस्पिटल का चयन भी कर सकते है।  

निष्कर्ष :

बच्चे बहुत ही नाजुक फूल के समान होते है इसलिए इन पर किसी भी तरह की दवाई का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह ले।

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कैसे आयुर्वेद की औषधियां अब वजन कम करने में होगी असरदार ?

  • May 13, 2023

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वजन बढ़ने की बात की जाए तो हर 10 में से 7 व्यक्ति इस समस्या से काफी परेशान रहता है। तो वही बहुत से लोग ऐसे भी है जो ये जानना चाहते है कि कैसे अपने वजन को कम किया जा सकता है, तो बात करे वजन कम करने की तो एलोपैथी में तो आपने वजन कम करने की काफी दवाई के नाम सुने होंगे। पर आपको बता दे की अब इसकी दवाई आयुर्वेद में भी मौजूद है वो भी किफायती दामों में। इसके इलावा वजन को कैसे कम किया जाए इसके बारे में जानने के लिए पूरे आर्टिकल को जरूर से पढ़े ;

वजन बढ़ने के कारण क्या है ?

● वजन का बढ़ना भी काफी गंभीर समस्या है, भारी वजन का होना भी व्यक्ति को काफी परेशानियों में डाल सकता है।

● ज्यादा वजन बढ़ जाने के कारण व्यक्ति को अपने दैनिक कार्य को करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

● एक्सरसाइज न करने की वजह से भी हमारे शरीर में वजन का बढ़ावा होता है।
वजन बढ़ने से कौन-कौन सी समस्याएं उत्पन होती है ?

वजन बढ़ने से व्यक्ति को दैनिक और सामाजिक दिनचर्या में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, जैसे ;
● शरीर में अत्यधिक वसा के कारण हमे मोटापे की समस्या का सामना करना पड़ता है।

● इसके इलावा अध्ययनों से पता चला है कि अगर बढ़ते वजन की समस्या पर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो इसके कारण डायबिटीज, हृदय रोग जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम काफी अधिक बढ़ जाता है। विशेषकर बच्चों में बढ़ते मोटापे की समस्या को स्वास्थ्य विशेषज्ञ सबसे खतरनाक मानते हैं।

यदि आपका वजन ज्यादा बढ़ चूका है तो इसका इलाज आयुर्वेदिक में भी मौजूद है वो तो आपको हमने बता ही दिया है। तो अगर वजन से जुडी समस्या के बारे में आप बात करना चाहते है, तो इसके लिए बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर का परामर्श ले।

कौन से आयुर्वेदिक उपचार वजन कम करने में है सहायक ?

आयुर्वेद में बहुत सी ऐसी दवाए है जो वजन को कम करने में सहायक मानी जाती है, जैसे ;

● पहली आयुर्वेदिक दवाई की अगर बात करे तो गुग्गुल है। बता दे कि गुग्गुल मेटाबॉलिक रेट ठीक रखता है और मोटापे को भी कम करने में मदद करता है।

● त्रिफला का सेवन करना, क्युकि इसके सेवन से पाचन तंत्र तो ठीक रहता ही है साथ में ये व्यक्ति के वजन को भी नियंत्रण में रखता है।

● शरीर में ब्लड शुगर को नियंत्रण में रख के जमी हुई चर्बी को कम करती है विजयसार की आयुर्वेदिक दवाई।

● यदि आपको अपने वजन पर तेजी से नियंत्रण पाना है तो दालचीनी और शहद की चाय बनाकर जरूर से पिए।

यदि मोटापे का लेवल आप भी कम करना चाहते है, तो उपरोक्त उपचार को बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक से करवाएं।

सुझाव :

मोटापे से बचने के लिए यदि आप भी तरह-तरह की एलोपैथी दवाइयों का प्रयोग करती है, तो उसको बंद करे क्युकि ये दवाइया आपके शरीर को काफी नुकसान पहुंचाती है। इसलिए आप मोटापे को अगर कम करना चाहती है तो आयुर्वेदिक उपचार को अपने जीवनशैली में जरूर से शामिल करे। इसके इलावा आयुर्वेदिक उपचार को करवाने की बात करे तो इसके लिए आप दीप आयुर्वेदिक हॉस्पिटल से भी संपर्क कर सकते है। या फिर आप इनकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर इनसे सलाह भी ले सकते है।

निष्कर्ष :

किसी भी तरह की दवाई का प्रयोग करने से पहले कृपया डॉक्टर से जरूर संपर्क करे।