क्या आप खांसी, सर्दी और ख़राब गले से परेशान है ? तुरंत राहत पाने के लिए अपनाएं ये आयुर्वेदिक उपचार
सर्दी, जुकाम और खांसी जैसे समस्या के वायरस कुछ खास दिखाई नहीं देते है, लेकिन इससे बचकर रहना एक व्यक्ति के लिए थोड़ा मुश्किल हो जाता है | कुछ ऐसे गंभीर वायरस भी होते है, जिनमें एलॉपथी दवाएं भी असर करना बंद कर देती है | ऐसे में केवल आयुर्वेदिक उपचार ही असरदार साबित होता है |
मौसम के बदलते ही खांसी, सर्दी और ख़राब गले होना स्वाभाविक है | यह बीमारियां भले ही आम है लेकिन यह पीड़ित व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है | इन बीमारियों से बचने के लिए केवल एक ही उपाय है, अपनी इम्यून सिस्टम को मज़बूत रखें और खुद को हाइजीन रखें | यदि फिर भी आप खांसी, सर्दी और ख़राब गले जैसे बीमारी का शिकार हो गए है तो इसके इलाज के लिए आप आयुर्वेदिक उपचार का उपयोग कर सकते है |
पूरे साल में दो बार संक्रमण होना स्वाभाविक है
मौसम में आये परिवर्तन के साथ-साथ कम से कम दो बार बैक्टीरिया और वायरस अधिकतर लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है | कई लोग ऐसे भी होते है जो इस संक्रमण से जल्द ही रिकवर कर जाते है, लेकिन कुछ लोगों को यह संक्रमण गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है | ऐसे में आप कुछ आयुर्वेदिक उपाय को अपनाकर इस समस्या से राहत पा सकते है | आइये जानते है ऐसे ही आयुर्वेदिक उपचार के बारे में :-
आयुर्वेदिक मिश्रण तैयार करें
आधा चम्मच हल्दी पाउडर में एक कली काली मिर्च को कूटकर मिलाएं, फिर इसमें आधा चम्मच सोंठ के पाउडर को डालें | अब इस मिश्रण में आधा चम्मच शुद्ध शहद को मिलाएं | इस मिश्रण को लगातार दिन में दो से तीन बार सेवन करें | इस मिश्रण के सेवन करने के एक घंटे बाद आपको काफी बेहतर महसूस होगा |
औषधि पानी का सेवन करें
7 से 8 तुलसी के पत्ते, अदरक का छोटा-सा टुकड़ा, लहसून की कुछ कलियां, एक चममच अजवाइन, एक चम्मच मेथी के दाने, सुखी और ताज़ा हल्दी का टुकड़ा और 4 से 5 काली मिर्च के दाने को एक लीटर पानी में अच्छे से उबाल लें और इससे तब तक के लिए उबले जब तक की यह पानी आधा न हो जाएं, फिर इस पानी का सेवन रोज़ाना सुबह उठकर खाली पेट करें |
अजवाइन का भाप लें
पानी में अजवाइन को अच्छे से उबाल लें, फिर इसमें यूकेलिप्टस की पत्तियां या फिर आप हल्दी भी डाल सकते है | यदि आपको सुखी खांसी है तो इसके लिए आप सितोपलादि चूर्ण में शहद में मिलाकर इसका सेवन कर सकते है |
ऐसे करें संक्रमण से बचाव
अगर आप संक्रमण के चपेट में नहीं आएं है और इससे बचाव करना चाहते है तो इसके लिए बेहतर यही है की आप कोल्ड ड्रिंक का सेवन करना बिल्कुल ही बंद कर दें | ठंडी दही और योगकर्ड से परहेज़ रखें | आइक्रीम, मीठे पदार्थ, डीप फ्राई फ़ूड या फिर भारी खाना का सेवन बिलकुल ही न करें | दिन में देर तक न सोये और रात में देर तक न जागें |
यदि यह सब करने के बाद भी आपकी स्थिति पर किसी भी प्रकार का सुधार नहीं आ रहा तो इलाज के लिए आप डॉक्टर गौहर वात्स्यायन से परामर्श कर सकते है | आयुष आयुर्वेद एंड पंचकर्म सेंटर के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर गौहर वात्स्यायन पंजाब के बेहतरीन आयुर्वेद स्पेशलिस्ट में से एक है, जो आपकी समस्या को कम करने में आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकते है | इसलिए आज ही आयुष आयुर्वेद एंड पंचकर्म सेंटर की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं और परामर्श के लिए अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट में मौजूद नंबरों से सीधा संस्था से चयन कर सकते है |