आयुर्वेद की मदद से डायबिटीज को कंट्रोल करके कैसे ब्लड शुगर व अन्य बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है!

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आयुर्वेद की मदद से डायबिटीज को कंट्रोल करके कैसे ब्लड शुगर व अन्य बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है!

  • September 1, 2023

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डायबिटीज की बात करें तो इसका इलाज मिलना काफी मुश्किल है, एलोपैथी में इसलिए जरूरी है की अगर आपको पता लगें की आपमें डायबिटीज के कुछ लक्षण नज़र आने लगें तो आयुर्वेदिक उपाय का सहारा आपको लेना चाहिए, ताकि आपके बीमारी का इलाज अच्छे से किया जा सकें ;

डायबिटीज की समस्या से कैसे बरतें सतर्कता !

  • सबसे पहले तो डायबिटीज में लोगों को अपने खाने-पीने को लेकर बहुत सतर्क रहना पड़ता है, क्युकि खाने में जरा सी लापरवाही आपके शुगर लेवल को बढ़ा सकते है।
  • डायबिटीज के मरीज को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए, इसके अलावा उन्हे अपने वजन को भी कंट्रोल में रखना चाहिए।
  • मधुमेह को नियंत्रण में लाने के लिए कई आयुर्वेदिक दवाओं और अर्क का इस्तेमाल किया जाता है।
  • आयुर्वेद में ऐसी कई चीजें है, जिनके इस्तेमाल से आप डायबिटीज को कंट्रोल में रख सकते है।

डायबिटीज के दौरान कौन-से लक्षण नज़र आते है ?

  • डायबिटीज के लक्षण की बात करें तो इसको टाइप-1 और टाइप-2 के लक्षणों में विभाजित किया गया है।
  • वहीं टाइप-1 मरीज़ में डायबिटीज के लक्षण बहुत तेजी से बढ़ते है।
  • जबकि टाइप-2 के मरीज में डायबिटीज के शुरुआती लक्षण काफी कम नजर आते है, इसके अलावा टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज के मुख्य लक्षणों में शामिल है –
  • बहुत प्यास का लगना।
  • बार-बार टॉयलेट जाना।
  • बहुत भूख लगना।
  • अचानक से वजन का बढ़ना या घटना।
  • थकान महसूस करना।
  • चिड़चिड़ेपन की समस्या का सामना करना।
  • आंखों में धुंधलेपन की समस्या का सामना करना।
  • घाव का देरी से भरना।
  • स्किन में इंफेक्शन की समस्या।
  • ओरल इंफेक्शन्स का सामना करना।
  • वजाइनल इंफेक्शन्स आदि।

डायबिटीज के लक्षण ज्यादा गंभीर होने से पहले ही बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर के संपर्क में आए।

डायबिटीज के मरीजों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?

  • डायबिटीज के मरीजों को रोजाना सुबह और शाम की सैर करनी चाहिए।
  • कोशिश करें कि आप फलों के जूस पीने के बजाय ताजे फल खाएं।
  • खाना खाने के तुरंत बाद सोने या लेटने की आदत छोड़ दें।
  • ढेर सारा पानी पीते रहें।
  • रोजाना सुबह अपने ब्लड शुगर लेवल्स को जरूर चेक करें।
  • फाइबर वाली डाइट का ज्यादा मात्रा में सेवन करें।

डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए बेहतरीन आयुर्वेदिक उपाय ! 

  • डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आप अंजीर के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते है. इसमें मधुमेह विरोधी गुण होते है, जिससे ब्लड शुगर का लेवल कम करने में मदद मिलती है।
  • डायबिटीज के रोगियों के लिए मेथी बहुत फायदेमंद होती है, मेथी के बीज का सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। आप एक चम्मच मेथी के बीज को रात भर एक गिलास पानी में भिगोकर रख दे, सुबह खाली पेट इन बीजों और पानी को पी लें, इसके करीब 30 मिनट बाद तक कोई दूसरी चीज न खाएं। ऐसा करके आप काफी अच्छा महसूस करेंगे।
  • मसालों में दालचीनी का उपयोग सभी के घरों में होता है, दालचीनी के कई फायदे है. स्वाद और खुशबू बढ़ाने के अलावा डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए भी दालचीनी का उपयोग किया जाता है. इसमें मधुमेह विरोधी गुण पाए जाते है. दालचीनी के उपयोग से ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद मिलती है. इसके लिए आपको हर रोज आधा चम्मच दालचीनी पाउडर का सेवन करना चाहिए।
  • अंगूर के बीजों में डायबिटीज को कंट्रोल करने वाले गुण पाए जाते है, इसमें विटामिन-ई, फ्लेवोनोइड्स, लिनोलिक एसिड जैसे तत्व पाए जाते है, जो मधुमेह के इलाज में प्रभावशाली साबित होते है।
  • नीम को कई आयुर्वेदिक दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है, नीम के पत्ते और रस से डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है।

आप चाहें तो डायबिटीज का इलाज बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक से भी करवा सकते है।

सुझाव :

डायबिटीज के मरीज़ को अगर इस बीमारी से निजात पाना है तो इसके लिए उन्हें अपने वजन पर नियंत्रण रखना चाहिए, और साथ ही खाने पर थोड़ा नियंत्रण जरूर रखें।

डायबिटीज के इलाज के लिए बेस्ट आयुर्वेदिक हॉस्पिटल !

अगर आप चाहते है की आपको डायबिटीज की समस्या का सामना न करना पड़े, तो इसके लिए आपको जल्द दीप आयुर्वेदा हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए।

निष्कर्ष :

डायबिटीज की समस्या गंभीर है ये मानने वाली बात है, इसलिए जरूरी है इसे ज्यादा गंभीर होने ही न दिया जाए और इसके इलाज के लिए डॉक्टर के सम्पर्क में आए। वहीं किसी भी तरह के उपाय को अपनाने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

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डायबिटीज व हार्ट अटैक के रोगियों के लिए कैसे मददगार है आयुर्वेदिक औषधियाँ ?

  • August 19, 2023

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आयुर्वेद को हर रोग का खात्मा करने का बेहतरीन वरदान मिला हुआ है, बसर्ते की आपको इन औषधियों को समय पर लेने की जरूरत है, वहीं ये बात तो हम सभी जानते है की हर बीमारी का इलाज आयुर्वेद में मौजूद है, तो इन्ही बीमारियों को ध्यान में रखते हुए हम आज के लेख में चर्चा करेंगे की कैसे आयुर्वेद में डायबिटीज व हार्ट अटैक जैसे भयंकर रोग का भी इलाज विद्यमान है, तो शुरुआत करते है लेख की और जानते है इसके इलाज के बारे में ;

क्या है डायबिटीज और हार्ट अटैक का आपसी सम्बन्ध ?

  • दूनिया भर में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के मामले तेजी से बढ़ रहे है। ऐसे में यदि आपको डायबिटीज है तो आपके लिए उन लोगों की तुलना में दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा दोगुना होता है, जो मेटाबॉलिज्म संबंधी बीमारियों से पीड़ित नहीं होते है।
  • दरअसल, हाई शुगर लेवल समय के साथ खून की नलियों और हृदय की नसों को नुकसान पहुंचाने का काम करता है।
  • बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर की मदद से इनके बीच के संबंध को आप और अच्छे से जान सकते है।

कौन-सी आयुर्वेदिक औषधियाँ मददगार है डायबिटीज व हार्ट अटैक की समस्या को सुधारने में ?

  • शुंठी जिसे सोंठ पाउडर के नाम से भी जाना जाता है, वहीं इस ताजे पीसे हुए सोंठ पाउडर (सूखा अदरक) को हार्ट और मेटाबॉलिज्म में सुधार करने वाले एक बेहतरीन हर्ब के रूप में जाना जाता है। इसके सेवन से सूजन की परेशानी नहीं होती है। जिससे हार्ट अटैक समेत कई तरह की जानलेवा बीमारियों का जोखिम कम हो जाता है। वहीं शुंठी  पाउडर को आप आधा चम्मच भोजन से पहले दिन में एक बार गर्म पानी के साथ ले सकते है।
  • पुनर्नवा एक तरह की जड़ी-बूटी है जो मूत्रवर्धक के रूप में काम करती है। इसके सेवन से ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल आसानी से कम किया जा सकता है। यह लीवर, किडनी और आंखों के लिए भी अच्छा माना जाता है। इसके साथ ही यह मेटाबॉलिज्म में भी सुधार करता है।
  • इंसुलिन संवेदनशीलता, पाचन में सुधार करने, गंदे कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद करता है। इससे आपको विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों में दिल के दौरे को रोकने में मदद मिलती है, बस रोजाना सुबह 1 काली मिर्च का सेवन आपको करना है, जिससे आपकी डायबिटीज व हार्ट अटैक की समस्या को ठीक किया जा सकता है।
  • इलायची अपने स्वाद और सुगंध के कारण अक्सर सबका दिल जीत लेती है। अपने इन गुणों के अलावा ये दिल की सेहत और मीठे खाद्य पदार्थों के लिए क्रेविंग को कम करके शुगर लेवल को बेहतर बनाने के लिए भी जानी जाती है। इसके साथ ही बार-बार प्यास लगने जैसे डायबिटीज के लक्षण से भी छुटकारा दिलाने का काम करती है।
  • अगर आप हार्ट डिजीज से बचाव के साथ-साथ उसकी कार्यप्रणाली में सुधार के लिए अर्जुन-छाल जैसी जड़ी-बूटी का प्रयोग करते है तो इससे ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल से लेकर टैचीकार्डिया तक हर तरह की दिल की समस्या दूर रहती है। वहीं आप चाहें तो नियमित रूप से सोने से पहले इसके चाय का सेवन भी कर सकते है।

आप चाहें तो इन जड़ीबूटियों को बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक से जाकर भी लें सकते है या इन सब प्रदार्थो से बनी दवाई भी आप लें सकते है।

सुझाव :

डायबिटीज व हार्ट अटैक की समस्या आने पर जरूरी है की इसके इलाज के लिए आपको जल्द डॉक्टर का चयन करना चाहिए, और इसमें आपको किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।