हृदय रोग के लिए कौन-सी आयुर्वेदिक औषधि और उपचार है मददगार ?

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हृदय रोग के लिए कौन-सी आयुर्वेदिक औषधि और उपचार है मददगार ?

  • August 14, 2023

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  • ह्रदय जोकि हमारे शरीर में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखते है, क्युकी इनके बिना या इसमें किसी तरह का रोग उत्पन्न हो जाए तो व्यक्ति अपनी साँस को अच्छे से नहीं ले पाता है, जिस वजह से काफी परेशानी उत्पन्न हो जाती है, पर आयुर्वेद की मदद से हम इस तरह की समस्या से कैसे खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में लेख में चर्चा करेंगे ;

    क्या है ह्रदय रोग ?

    • एक हृदय रोग कई स्थितियों का वर्णन करता है जो हमारे दिल को प्रभावित करती है। इसमें हृदय और परिसंचरण के सभी रोग शामिल है, जिनमें रक्त वाहिका रोग जैसे कोरोनरी धमनी रोग, एनजाइना, दिल का दौरा, स्ट्रोक और जन्मजात हृदय दोष शामिल है, जो एक व्यक्ति के साथ पैदा हुए हृदय दोष है।
    • वहीं हृदय शरीर का एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण अंग है। क्युकि हमारा दिल एक मिनट में 60 से 90 बार धड़कता है। और ये ऐसी अवस्था में तभी धड़केगा जब ये पूर्ण रूप से स्वास्थ्य होगा। 
    • इसके अलावा ह्रदय की हर धड़कन के साथ ये शरीर में रक्त को धकेलता रहता है। क्युकि हृदय को पोषण एवं ऑक्सीजन, रक्त के द्वारा मिलता है, जो कोरोनरी धमनियों द्वारा प्रदान किया जाता है। 

    ह्रदय रोग से निजात पाने के लिए आप बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर का चयन करें।

    हृदय रोग में व्यक्ति को क्या खाना चाहिए ?

    • हृदय रोगियों को नित्य योग और ध्यान करना चाहिए। और ऐसे रोगियों के लिए सुबह की सैर भी फायदेमंद है।
    • अदरक, लहसुन, सोंठ, मिर्च, पीपल, लौंग, तेजपत्ता, सेंधा नमक का उपयोग करना ह्रदय रोगियों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।
    • सोने से पहले एक गिलास दूध में छोटी पीपल, जायफल तथा हल्दी का चूर्ण मिला कर पिएं, ऐसा करने से भी आप ह्रदय रोग की समस्या से बच सकते है।
    • और तो और उन्हे सादे भोजन का सेवन करना चाहिए। जंकफूड, तैलीय और ठंडे पदार्थों को भूल कर भी खाने की कोशिश न करें।
    • अधिक चिंता और गुस्सा ना करें।
    • विटामिन डी का खास ध्यान रखें।

    हृदय रोग से निजात दिलवाने के लिए आयुर्वेदिक उपचार ! 

    • आयुर्वेद की दवाएं हृदय के मरीजों को पूर्ण रूप से ठीक करने में काफी सहायक है। अर्जुन की छाल, ब्राह्मी, जटामांसी, गिलोय, वीट ग्रास, बुरांश आदि से बनी दवा हृदय रोग में कारगर हैं। अर्जुन की छाल से बनी दवा व चाय हृदय संबंधी समस्याओं को दूर करने में सक्षम माना जाता है।
    • अमालकी जिसे आंवला भी कहा जाता है और ये व्यक्ति के धमनियों का अच्छे से विकास करते है, तो अगर धमनियां अगर अच्छे से विकास करेगी तो हमारा हृदय भी अच्छे से कार्य करने में सक्षम हो पाएगा। वही इस औषधि में विटामिन-सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है। 
    • अलसी या अलसी के तेल का सेवन करने से भी ह्रदय रोग की समस्या से निजात पाया जा सकता है।

    यदि ह्रदय रोग गंभीर हो जाए तो इसके लिए आप इसका इलाज बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक से भी करवा सकते है।

    हृदय रोगियों को किन बातों का परहेज करना चाहिए !

    • अंडा और मांसाहारी भोजन ना करें।
    • धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें।
    • अधिक चाय व कॉफी से बचें।
    • फास्ट फूड और जंकफूड से दुरी बनाए।
    • सॉस, तली सब्जियां, चिप्स, डिब्बाबंद भोजन, चीज, खोया, मलाई, मक्खन, नारियल का तेल और बिस्कुट का सेवन भी ना करें।
    • अधिक मिठाई के सेवन से बचें।
    • रात को कम भोजन लें।
    • अधिक मिर्च मसाले के सेवन से बचें।

    ह्रदय रोग के इलाज के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

    अगर आप ह्रदय रोग संबंधी समस्या का सामना कर रहें है तो इससे बचाव के लिए आपको दीप आयुर्वेदा हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। इसके अलावा स्थिति गंभीर होने पर ही आप कोई सर्जरी से सम्बंधित कदम उठाए। पर सर्जरी का सहारा डॉक्टर के कहने पर ही लें।

    सुझाव :

    हृदय रोग सम्बंधित समस्या से बचाव के लिए आपको उपरोक्त बातों का खास ध्यान रखना चाहिए, और किसी भी तरह की समस्या आने पर खुद से कोई इलाज न करें। 

    निष्कर्ष :

    ह्रदय के रोगी के लिए हर पल खतरे वाला होता है इसलिए जरूरी है की इस समस्या का पता चलने पर जल्द डॉक्टर का चयन करें, और किसी भी तरह की दवाई को उपयोग में लाने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

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घर के भाग-दौड़ भरे काम में महिलाएं अकसर घर वालों की चाहत को पूरा करने के चक्कर में खुद का ध्यान रखना भूल जाती है, जाती है जिसके चलते उनके शरीर में काफी कमजोरी आ जाती है, पर इस कमजोरी को महिलाएं कैसे ठीक कर सकती है वो भी घरेलु व आयुर्वेदिक उपाय की मदद से इसके बारे में आज के लेख में बात करेंगे, तो आप भी अगर थकान और कमजोरी का सामना कर रहीं है तो इसके लिए आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें ;

शरीर में थकान या कमजोरी की समस्या क्या है ?

  • जब हमारे द्वारा बहुत ज्यादा काम किया जाता है बिना सेहत का ध्यान रखते हुए तो हम कमजोरी की समस्या का सामना करते है। 
  • उचित पौष्टिक आहार खाने में न रखने की वजह से भी कमजोरी व थकन की समस्या का सामना करना पड़ता है  

अगर आप बहुत ज्यादा थकान और कमजोरी की समस्या का सामना कर रहीं है तो इससे बचाव के लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लेकर आयुर्वेदिक उपायों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।

महिलाओं को थकान और कमजोरी दूर करने के लिए क्या करना चाहिए !

  • महिलाओं को कमजोरी और थकान दूर करने के लिए अपने खाने का खास ध्यान रखना चाहिए, जैसे उन्हें ड्राई फ्रूट्स को अपनी रोजाना की डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। क्युकी ड्राई फ्रूट्स खाने से शरीर ऊर्जावान बनता है और शरीर से थकान और कमजोरी भी दूर होती है।
  • रोजाना दूध पिएं क्युकि जब हम दूध पीते है तो हमारे शरीर को कैल्शियम प्रयाप्त मात्रा में मिलता है और इससे हमारी हड्डियां मजबूत बनती है। यदि हम रोजना सोने से पहले दूध का सेवन करते है तो हमारे शरीर की कमजोरी और थकावट भी दूर हो जाती है।  
  • शरीर में आयरन की कमी भी हमे थकान और कमजोरी मेहसूस करवा सकते है इसलिए आयरन से भरपूर खाद्य प्रदार्थ जैसे पालक, चुकंदर, अनार, बीन्स, मटर, ब्रोकली और शकरकंद को अपने आहार में शामिल करें।
  • शरीर की थकान और कमजोरी को दूर करने के लिए रोजाना 2 से 3 लीटर पानी को जरूर पिए, यदि आप ऐसा करती है तो आपको किसी भी तरह की शारीरिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। 
  • अपने रोजाना के आहार में फल शामिल करें, क्युकि हमारे द्वारा जब रोजाना फल का सेवन किया जाता है, तो शरीर की कमजोरी और थकावट दूर हो जाती है।
  • रोजाना व्यायाम करने से भी शरीर मजबूत बनता है और कमजोरी दूर होती है। 
  • पर्याप्त नींद लें, क्युकि जब हम नींद पूरी नहीं लेते तब भी हम कमजोरी और थकावट जैसी समस्या का सामना करते है। 
  • समय पर खाना खाएं ताकि शरीर मजबूत हो सकें। 
  • विश्राम और मनोरंजन जरूर करें। 
  • अपनी दिनचर्या का अच्छे से पालन करें।

कौन-सी आयुर्वेदिक दवाई महिलाओं की कमजोरी को करेगी दूर ?

  • यदि आप शरीर में कमजोरी मेहसूस कर रहीं है तो इसके लिए आप एक चम्मच आंवला पाउडर को रात में सोने से पहले एक गिलास पानी में घोलकर रख दें और सुबह सबसे पहले इस पानी का सेवन करें। 
  • मुलेठी चूर्ण का सेवन शरीर में कमजोरी से लेकर खांसी जुखाम की समस्या को दूर करने में भी कारगर माना जाता है। 
  • द्राक्षारिष्ट (अंगूर) सिरप भी आपकी शारीरिक कमजोरी, थकान और अन्य समस्या को दूर करने में काफी सहायक माना जाता है।

शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए आप बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक का भी चयन कर सकते है।

शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए बेस्ट आयुर्वेदिक सेंटर !

अगर आप सच में शरीर में आए कमजोरी की वजह से परेशान है और उपरोक्त घरेलु उपाय भी आपकी कमजोरी और थकावट को दूर नहीं कर पाए तो इससे बचाव के लिए आपको संजीवनी हेल्थ सेंटर का चयन करना चाहिए।

 

निष्कर्ष :

शरीर की कमजोरी को दूर करने के लिए आपको अपने खाने में पौष्टिक आहार को शामिल करना चाहिए और अपने स्वास्थ्य का अच्छे से देखभाल करना चाहिए।