तंदुरुस्त सेहत के लिए अपनाएं 5 आयुर्वेद की बेहतरीन डाइट टिप्स !

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तंदुरुस्त सेहत के लिए अपनाएं 5 आयुर्वेद की बेहतरीन डाइट टिप्स !

  • September 5, 2023

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आयुर्वेद में हर बीमारी से लेकर हर सेहत स्वास्थ्य का राज आज भी इसमें मौजूद है, इसलिए अगर आप शारीरिक रूप से स्वास्थ्य रहना चाहते हो तो इसके लिए आपको आयुर्वेद की डाइट चार्ट को जरूर आजमाना चाहिए, वहीं आयुर्वेद में हर तरह की समस्या व सेहत कमजोरी से जुड़े तमाम समस्याओं का हल इसमें मौजूद है, तो चलिए जानते है अपने सेहत को कैसे आयुर्वेद की मदद से ठीक रख सकते है ;

आयुर्वेद का हमारे सेहत पर क्या प्रभाव पड़ता है ?

  • आयुर्वेद शरीर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते है। आयुर्वेद को फॉलो करने से कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। 
  • वहीं हमारे रूटीन का सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। और कई लोग लगातार अनियमित लाइफस्टाइल फॉलो करते है। इसकी वजह से शरीर में कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ता है। 
  • आयुर्वेद के अनुसार हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करने से कई तरह की बीमारियों के खतरे से बचा जा सकता है। 
  • इसके अलावा शरीर को स्वास्थ्य रखने के लिए सही मात्रा में खाने से और फिजिकल एक्टिविटी पर ध्यान देने से शरीर को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है। 
  • अगर आप भी शारीरिक रूप से स्वास्थ्य रहना चाहते है, तो इसके लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर का चयन करना चाहिए, और आयुर्वेद में जिन बातों का ध्यान रखा जाता है उन्हे भी आप अपनाए। 

शरीर को स्वास्थ्य रखने के लिए कौन-सी डाइट चार्ट`का रखें खास ध्यान ? 

  • अगर आप पूर्ण रूप से स्वास्थ्य रहना चाहते है, तो आपको जब भूख लगें तब ही आप खाना खाएं। ऐसा अगर आप करते है, तो आपका वजन कंट्रोल होने के साथ शरीर भी हेल्दी रहता है। भूख लगने पर खाने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है और पाचन-तंत्र भी दुरुस्त रहता है। भूख लगने पर खाने से कब्ज, गैस और अपच की समस्या से भी व्यक्ति दूर रहता है।
  • उम्र के हिसाब से खाने का करें सेवन, क्युकी अगर आप ऐसा करते है तो आपको किसी भी तरह की बीमारी का सामना नहीं करना पड़ता है। वहीं खाने की बात करें तो अगर आप बुजुर्ग है, तो ऐसी चीजों को खाने से बचें, जो पचने में मुश्किल हो। वहीं बच्चों को ऐसे फूड्स खाने में दें। जिससे उनका विकास ठीक ढ़ंग से हो। अगर आप फिजिकल वर्क ज्यादा करते है, तो डाइट में प्रोटीन युक्त खाने को शामिल करना न भूले।
  • अगर आप अपने शरीर को स्वास्थ्य रखना चाहते है, तो आपको अपने शरीर के हिसाब से खाने का चुनाव करना चाहिए, जैसे अगर आप पतले है, तो डाइट में प्रोटीन रिच फूड्स को शामिल करें। वहीं, अगर आपका वजन ज्यादा है, तो डाइट में ऐसे फूड्स को शामिल करें जिसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा हो, क्योंकि ऐसा करने से आपका पेट लंबे समय तक भरा रहेगा।
  • स्वस्थ रहने के लिए इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, की आप किस मौसम में कौन-सा भोजन कर रहे है। वहीं कई बार लोग बिन मौसम चीजों को खाते है, जो शरीर के लिए हानिकारक होने के साथ कई तरह की बीमारियों को भी न्यौता देती है। जैसे हरे पत्तेदार सब्जियों को मॉनसून में खाना से बचना चाहिए क्योंकि इस समय इनमें कीडे होने की संभावना काफी ज्यादा हो जाती है। 
  • अगर आप अपने शरीर को वाकई में स्वास्थ्य रूप में देखना चाहती है, तो इसके लिए आपको भोजन करते समय तनाव लेने से बचना चाहिए। क्युकि तनाव लेने से खाना ठीक से पचता नहीं है। कब्ज की समस्या हो सकती है, ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। वहीं अगर आप खाना खाने जा रहें है तो इसके लिए आपको आरामदायक और हवादार जगह का चुनाव करना चाहिए। और खास बात खाते समय मोबाइल, टीवी से दुरी बनाकर रखें।

इन उपायों को अपनाने के बाद भी आपका शरीर स्वास्थ्य नहीं रहता, तो इसके लिए आप बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक के संपर्क में आए।

सुझाव :

  • शरीर कुदरत के द्वारा बनाया गया बहुत ही अजीज तोफा है, इसलिए जरूरी है की इसमें किसी भी तरह के नुस्क दिखे तो इसके लिए आपको जल्द डॉक्टर का चयन करना चाहिए और साथ ही उपरोक्त स्वास्थ्य आयुर्वेदिक डाइट का भी खास ध्यान रखें। 
  • इसके अलावा इन डाइट चार्ट को आजमाने के बाद भी आपको कोई फर्क नज़र नहीं आ रहा है, तो इससे बचाव के लिए आपको दीप आयुर्वेदशाला क्लिनिक का चयन करना चाहिए, ताकि आपकी समस्या का हल आपको मिल सकें। 
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हृदय रोग के लिए कौन-सी आयुर्वेदिक औषधि और उपचार है मददगार ?

  • August 14, 2023

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  • ह्रदय जोकि हमारे शरीर में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखते है, क्युकी इनके बिना या इसमें किसी तरह का रोग उत्पन्न हो जाए तो व्यक्ति अपनी साँस को अच्छे से नहीं ले पाता है, जिस वजह से काफी परेशानी उत्पन्न हो जाती है, पर आयुर्वेद की मदद से हम इस तरह की समस्या से कैसे खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में लेख में चर्चा करेंगे ;

    क्या है ह्रदय रोग ?

    • एक हृदय रोग कई स्थितियों का वर्णन करता है जो हमारे दिल को प्रभावित करती है। इसमें हृदय और परिसंचरण के सभी रोग शामिल है, जिनमें रक्त वाहिका रोग जैसे कोरोनरी धमनी रोग, एनजाइना, दिल का दौरा, स्ट्रोक और जन्मजात हृदय दोष शामिल है, जो एक व्यक्ति के साथ पैदा हुए हृदय दोष है।
    • वहीं हृदय शरीर का एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण अंग है। क्युकि हमारा दिल एक मिनट में 60 से 90 बार धड़कता है। और ये ऐसी अवस्था में तभी धड़केगा जब ये पूर्ण रूप से स्वास्थ्य होगा। 
    • इसके अलावा ह्रदय की हर धड़कन के साथ ये शरीर में रक्त को धकेलता रहता है। क्युकि हृदय को पोषण एवं ऑक्सीजन, रक्त के द्वारा मिलता है, जो कोरोनरी धमनियों द्वारा प्रदान किया जाता है। 

    ह्रदय रोग से निजात पाने के लिए आप बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर का चयन करें।

    हृदय रोग में व्यक्ति को क्या खाना चाहिए ?

    • हृदय रोगियों को नित्य योग और ध्यान करना चाहिए। और ऐसे रोगियों के लिए सुबह की सैर भी फायदेमंद है।
    • अदरक, लहसुन, सोंठ, मिर्च, पीपल, लौंग, तेजपत्ता, सेंधा नमक का उपयोग करना ह्रदय रोगियों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।
    • सोने से पहले एक गिलास दूध में छोटी पीपल, जायफल तथा हल्दी का चूर्ण मिला कर पिएं, ऐसा करने से भी आप ह्रदय रोग की समस्या से बच सकते है।
    • और तो और उन्हे सादे भोजन का सेवन करना चाहिए। जंकफूड, तैलीय और ठंडे पदार्थों को भूल कर भी खाने की कोशिश न करें।
    • अधिक चिंता और गुस्सा ना करें।
    • विटामिन डी का खास ध्यान रखें।

    हृदय रोग से निजात दिलवाने के लिए आयुर्वेदिक उपचार ! 

    • आयुर्वेद की दवाएं हृदय के मरीजों को पूर्ण रूप से ठीक करने में काफी सहायक है। अर्जुन की छाल, ब्राह्मी, जटामांसी, गिलोय, वीट ग्रास, बुरांश आदि से बनी दवा हृदय रोग में कारगर हैं। अर्जुन की छाल से बनी दवा व चाय हृदय संबंधी समस्याओं को दूर करने में सक्षम माना जाता है।
    • अमालकी जिसे आंवला भी कहा जाता है और ये व्यक्ति के धमनियों का अच्छे से विकास करते है, तो अगर धमनियां अगर अच्छे से विकास करेगी तो हमारा हृदय भी अच्छे से कार्य करने में सक्षम हो पाएगा। वही इस औषधि में विटामिन-सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है। 
    • अलसी या अलसी के तेल का सेवन करने से भी ह्रदय रोग की समस्या से निजात पाया जा सकता है।

    यदि ह्रदय रोग गंभीर हो जाए तो इसके लिए आप इसका इलाज बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक से भी करवा सकते है।

    हृदय रोगियों को किन बातों का परहेज करना चाहिए !

    • अंडा और मांसाहारी भोजन ना करें।
    • धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें।
    • अधिक चाय व कॉफी से बचें।
    • फास्ट फूड और जंकफूड से दुरी बनाए।
    • सॉस, तली सब्जियां, चिप्स, डिब्बाबंद भोजन, चीज, खोया, मलाई, मक्खन, नारियल का तेल और बिस्कुट का सेवन भी ना करें।
    • अधिक मिठाई के सेवन से बचें।
    • रात को कम भोजन लें।
    • अधिक मिर्च मसाले के सेवन से बचें।

    ह्रदय रोग के इलाज के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

    अगर आप ह्रदय रोग संबंधी समस्या का सामना कर रहें है तो इससे बचाव के लिए आपको दीप आयुर्वेदा हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। इसके अलावा स्थिति गंभीर होने पर ही आप कोई सर्जरी से सम्बंधित कदम उठाए। पर सर्जरी का सहारा डॉक्टर के कहने पर ही लें।

    सुझाव :

    हृदय रोग सम्बंधित समस्या से बचाव के लिए आपको उपरोक्त बातों का खास ध्यान रखना चाहिए, और किसी भी तरह की समस्या आने पर खुद से कोई इलाज न करें। 

    निष्कर्ष :

    ह्रदय के रोगी के लिए हर पल खतरे वाला होता है इसलिए जरूरी है की इस समस्या का पता चलने पर जल्द डॉक्टर का चयन करें, और किसी भी तरह की दवाई को उपयोग में लाने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।