बांझपन के इलाज के लिए कौन-से आयुर्वेदिक उपचार है सहायक ?

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बांझपन के इलाज के लिए कौन-से आयुर्वेदिक उपचार है सहायक ?

  • June 28, 2023

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आयुर्वेदिक में हर तरह की बीमारी का इलाज पुरातन समय से ही मिलता आ रहा है इसके अलावा अभी तक आप सभी ने आईवीएफ (IVF) के जरिये बांझपन का इलाज सुना पर आज के लेख में हम बांझपन का इलाज आयुर्वेदिक में किस तरीके से किया जाता है के बारे में जानेगे। वही बांझपन का इलाज आयुर्वेदिक तरीके से करवाने का कोई नुकसान तो नहीं है इसके बारे में बात करेंगे, इसलिए इसके बारे में जानने के लिए आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें ;

आयुर्वेद क्या है ?

  • आयुर्वेद पुरातन समय से ही चलती आ रही और इसमें हर तरह की बीमारी का इलाज अच्छे से मिल जाता है। बस इसमें से एक बात ध्यान देने वाली है की आपको अगर सामान्य सी भी समस्या उत्पन हो जाए तो इससे निजात पाने के लिए आपको समय रहते बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर का चयन करना चाहिए।

आयुर्वेदिक में बांझपन की समस्या का समाधान किस तरह से मौजूद है ?

  • “स्वीडनम” एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे आयुर्वेदिक डॉक्टरों द्वारा बांझपन से गुजर रहे रोगियों में भारी पसीना लाने के लिए उपयोग किया जाता है। स्वीडनम मानव शरीर में सभी विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए किया जाता है।
  • “वामनम्” एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका उपयोग आम तौर पर मानव शरीर के अंदर के अपाच्य भोजन को उल्टी के माध्यम से बाहर निकालने के लिए किया जाता है।
  • अक्सर कहा जाता है कि “बरगद के पेड़” के कई स्वास्थ्य लाभ हैं और उनमें से एक लाभ बांझपन के इलाज में भी उपयोगी है। इस उपचार के दौरान, बरगद के पेड़ की छाल को सुखाकर पाउडर के रूप में चीनी के साथ मिलाया जाता है। जो विकास हार्मोन के उत्पादन को बढ़ावा देने में फायदेमंद है।
  • आयुर्वेद में “कचनार गुग्गुल” कई औषधियों से मिलकर बनता है। इस औषधि का उपयोग हार्मोनल संतुलन के लिए होता है।
  • जिन महिलाओं को गर्भधारण करने में समस्या होती है, तो आयुर्वेद के अनुसार उन्हें “​गंभारी फल” का उपयोग करना चाहिए क्युकि ये फल काफी अच्छा माना जाता है।
  • “चंद्रप्रभा वटी” के इस्तेमाल से महिलाओं में इंफर्टिलिटी की समस्या को दूर किया जा सकता है। दरअसल , आयुर्वेद में इस जड़ी-बूटी का उपयोग ओव्यूलेशन डिसऑर्डर को दूर करने के लिए होता है। अगर आप आयुर्वेदिक तरीके से बांझपन का इलाज करवाना चाहते है तो बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक का चयन करें।
  • “लाजवंती जड़ी-बूटी” का सेवन वो महिलाएं करें। जो प्राकृतिक रूप से गर्भधारण न कर पाने की समस्या का सामना कर रहीं है।
  • “पुत्रजीवक बीज” से संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी हो सकती है। इस बीज से महिलाओं के बांझपन की समस्या का उपचार किया जा सकता है।

बांझपन के इलाज के लिए बेहतरीन आयुर्वेदिक हॉस्पिटल ?

  • अगर आपने आयुर्वेदिक तरीके से बांझपन की समस्या का समाधान करने के बारे में सोच ही लिया है तो इसके लिए आपको दीप आयुर्वेदा हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। जिससे आप बांझपन की समस्या से छुटकारा पाकर, संतान प्राप्ति आसानी से कर सकती है।

निष्कर्ष :

  • उम्मीद करते है की आपको पता चल गया होगा की किस तरह से आयुर्वेद में भी बांझपन की समस्या का इलाज व दवाइयां आसानी से मिल जाती है।

 

Ayurvedic TreatmentInfertility

How is Ayurvedic treatment an effective option for Infertility?

  • May 19, 2022

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Effectiveness Of Ayurvedic Treatment For Infertility

For a couple, the phase of trying to conceive and finally getting to know they are pregnant is blissful in all ways possible. But, sometimes the journey is not the same for everyone, or they struggle a lot. If you have been typing to conceive for the last year but have problems doing so, then the Ayurvedic approach is all you need.

Infertility can occur in men and women. Sometimes the reason is known, but sometimes it’s not. The overall percentage of female Infertility accounts for 35% to 40%. Under the Ayurvedic approach, the Uttar Basti treatment in Ludhiana is an effective means to transform your overall well-being.

Are you struggling with your sexual life?

Infertility does not just take a toll on mental and emotional well-being. The sexual life gets to a halt. If you are struggling with your sexual life, then you even need the expertise of a Sexologist in Ludhiana to make your well-being better in all possible ways.

Ovulation Disorder is the most significant factor in Infertility

Ovulation disorder is one of the most common reasons behind female Infertility. The problem occurs when the reproductive system is disturbed. That includes the thyroid gland, pituitary gland, ovaries, uterus, and other parts. All you need is Ayurvedic treatment to make your well-being better through:

  • Chandraprabha Vati
  • Yograj Guggulu
  • Ashokarishta
  • Dashmoolarishta

Herbal medications help to bring everything on track

Under the supervision of an Ayurvedic practitioner you will get the best possible medicines like:

  • Ashoka( Saraca Indica)
  • Dashmool (Ten Roots)
  • Shatavari (Asparagus racemosus)
  • Aloes (Aloe vera)
  • Guggulu (Commiphora mukul)
  • Hirabol (Commiphora myrrha)
  • Harmal (Paganum harmala)

The doctor will state the right amount of Ayurvedic medications you need to take daily. With that said, Uttar Basti is even suggested to address ovulation disorder.

How is thyroid gland problem treated with Ayurveda?

The infertility link has even been with thyroid gland disorders. And with Ayurveda, there’s a perfect option of medications to make the well-being better. The Ayurvedic medicines that make condition better are:

  • Arogya Vardhini
  • Kanchnaar Guggulu
  • Punarnava Guggulu

Ayurveda addresses the problem as a whole

As we all know, the Ayurvedic treatment approach focuses on transforming health in all ways possible. The Ayurvedic practitioner checks the root cause of excessive weight, premature ovarian failure, or other female infertility problems. The condition get’s better when the dosha is known and reason for imbalance.

The chances of conception can even halt when an immunological reaction leads to Infertility. If the doctor tells you to take a rest during pregnancy, then make sure to do that.

Do you need any help?

If you cannot figure out the right course of a treatment plan for Infertility, seek expertise from an Ayurvedic practitioner.