एंग्जायटी और डिप्रेशन से छुटकारा पाने में आयुर्वेदिक उपचार है सहायक, आज़माएं यह उपाय
क्या आप भी काफी लंबे समय से अवसाद और चिंता की समस्या से परेशान है या फिर इससे पड़ने वाले नकारात्मक भावनाओं से आपको छुटकारा नहीं मिल रहा है ? प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवनकाल में किसी न किसी वजह से तनावग्रस्त रहता है | इसके अलावा कुछ सामान्य कारण जैसे की नशीले पदार्थ का सेवन करना, रात को देरी से सोना, धूम्रपान करना आदि की वजह से भी लोग डिप्रेशन और एंग्जायटी का शिकार हो सकते है | ऐसे में अवसाद और एंग्जायटी को नियंत्रण करना एक पीड़ित व्यक्ति के लिए बहुत ज़रूरी हो जाता है, क्योंकि यह समस्या समस्त स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है |
अवसाद और एंग्जायटी को नियंत्रित करने से पहले यह ज़रूरी होता है की आप इसके व्यक्तिगत कारणों को समझे और उनमें सुधार करने की कोशिश करें, जैसे की संतुलित भोजन का सेवन करें, शरीरिक गतिविधयों में भाग लें आदि | आयुष आयुर्वेद एंड पंचकर्म सेंटर के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर गौहर वात्स्यायन ने यह बताया की आयुर्वेद में कई ऐसे खाद्य पदार्थ और नुस्के मौजूद है, जो अवसाद और एंग्जायटी की भावनाओं को एक सामान्य करने में मदद कर सकता है | आइये जानते है ऐसे कुछ नुस्खों के बारें में :-
एंग्जायटी और अवसाद को कम करने के लिए कुछ आयुर्वेदिक टिप्स
प्राचीन काल से चलते आ रहे आयुर्वेदिक उपचार को चिंता, तनाव और अवसाद जैसी समस्या को कम करने के लिए सबसे सुरक्षित उपचार माना गया है | यदि आप में कोई भी व्यक्ति अक्सर चिंता, आत्मविश्वास की कमी, किसी बात का डर, मूड में बदलाव जैसे नकारात्मक भावनाओं से परेशान रहते है तो यह घरेलू उल्लेखनीय रूप से आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकता है, जिनमें शामिल है :-
- रोज़ाना एक गिलास पिएं कद्दू का जूस
डॉक्टर गौहर वात्स्यायन ने बताया कि यदि आप रोजाना खाली पेट कद्दू के जूस का सेवन करते है तो इससे आपके मस्तिष्क को पर्याप्त रूप से पोषण प्राप्त होता है, सतर्कता मिलता है, यादाशत बढ़ती है, शरीर में ऊर्जा बढ़ता है, ठंडक मिलती है और इससे शरीर हाइड्रेट रहता है | यह सभी फैक्ट्स चिंता और अवसाद जैसे भावनाओं में नियंत्रण पाने में मदद कर सकता है | यदि आप ऐसे ही किसी परेशानी से गुजर रहे है तो रोज़ाना एक गिलास कद्दू का जूस ज़रूर सेवन करें |
- कान के हिस्से से लेकर सिर तक घी लगाएं
कान के पिछले हिस्से से लेकर सिर तक एक चम्मच घी से रोज़ाना रात में 10 मिनट तक के लिए गोलाकार करते हुए हलके हाथों से मालिश करें | ऐसा करने से मन की भावनाओं को शांत करने में मदद मिलती है | इसका नियमित अभ्यास आपकी मानसिक स्थिति में सुधार लाने में मदद करता है |
- नाभि मर्म
एक चम्मच घी को नाभि में लगाकर 1 मिनट तक लगातार मालिश करें | ऐसा करने से वात दोष को शांत करने में और शरीर, मन और भावनाओं को संतुलित करने में मदद मिलता है |
इन आयुर्वेद हर्ब्स को अपनाएं
- लैवेंडर :- लैवेंडर में एक ख़ास तरह की खुशबू होती है, जो अवसाद और चिंता जैसे भावनाओं को नियंत्रित करने में मदद करती है | लैवेंडर एसेंशियल आयल का उपयोग से चिंता की भावना को नियंत्रित करने और नींद की गुणवत्ता में सुधर लाया जा सकता है |
- अश्वगंधा :- अश्वगंधा में एडेप्टोजोनिक नामक कंपाउंड मौजूद होते है, जो डिप्रेशन और एंग्जायटी की स्थिति में नज़र आने वाले लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करता है |
- रोज़मेरी :- रोज़मेरी आपके खाद्य पदार्थ में फ्लेवर और स्वाद डालने के काम करती है | इसके साथ हो रोज़मेरी का आयुर्वेद में चिकित्सय गुणों के लिए अलग-अलग समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है |
- कैमोमाइल :- एक्सपर्ट्स की मानें तो कैमोमाइल एक ऐसी प्रभावी औषधि है, जिसके उपयोग से डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसे भावनाओं को नियंत्रित किया जा सकता है |
डिप्रेशन और एंग्जायटी मस्तिष्क से जुड़ी एक गंभीर समस्या है, जिसका सही समय पर इलाज करवाना बेहद ज़रूरी होता है | यदि आप में से कोई भी व्यक्ति डिप्रेशन और एंग्जायटी की समस्या से परेशान है तो आयुर्वेदिक इलाज के लिए आप डॉक्टर गौहर वात्स्यायन से मिल सकते है |
डॉक्टर गौहर वात्स्यायन पंजाब के सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक उपचार स्पेशलिस्ट में से एक है, जो अपने मरीज़ों का इलाज आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के ज़रिये सटीकता से करते है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही आयुष आयुर्वेद एंड पंचकर्म सेंटर की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं और अपनी नियुक्ति को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क है |