आयुर्वेद के अनुसार क्या है डिप्रेशन का बेहतरीन इलाज ?
जब हमारे द्वारा बहुत ज्यादा तनाव लिया जाता है तो मानसिक विकारों जैसे डिप्रेशन और एंग्जायटी सहित कई मेंटल डिसऑर्डर के परिणाम सामने निकल कर आते है। वही तनाव को कैसे कम किया जा सकता है और आयुर्वेद किस तरह से मददगार है डिप्रेशन को कम करने के लिए साथ ही किस तरह की आयुर्वेदिक दवाई की मदद से हम इस समस्या से निजात पा सकते है इसके बारे में आज के आर्टिकल में चर्चा करेंगे;
आयुर्वेद में डिप्रेशन किस तरीके का होता है ?
आयुर्वेद की बात करें तो इसमें अवसाद या डिप्रेशन तीन प्रकार से होते है। वही हर अवसाद का इलाज अलग–अलग होता है। तो बात करें कोलन से वात की, तो आंत से पित्त या पेट से कफ सामान्य सर्क्युलेशन में प्रवेश करता है और नर्वस सिस्टम को भी प्रभावित करता है। इससे नर्वस सिस्टम फंक्शन करने में भी हस्तक्षेप करने लगता है।
वही बात करें वात–प्रकार के डिप्रेशन की तो इसमें व्यक्ति भय, चिंता, घबराहट और अनिद्रा से ग्रस्त होता है।
पित्त अवसाद की बात करें तो इसमें क्रोध, असफलता का डर या नियंत्रण खोने की भावनाएं रोगी पर हावी हो जाती है।
और कफ अवसाद की बात करें तो इसमें व्यक्ति अधिक नींद, उनींदापन, वजन बढ़ना और सुस्ती जैसी समस्याओं के घेरे में रहता है।
यदि आप भी उपरोक्त तरीके के डिप्रेशन की समस्या से परेशान है तो इससे निजात पाने के लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर का चयन करना चाहिए।
डिप्रेशन के प्रकार क्या है ?
डिप्रेशन की बात करें तो ये रिकरेन्ट डिप्रेसिव डिसऑर्डर और बाइपोलर इफेक्टिव डिसऑर्डर के दो तरह के प्रकार के रूप में जाना जाता है।
डिप्रेशन के प्रकारों के इलाज के लिए आप बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक के संपर्क में आए।
आयुर्वेद के अनुसार क्या है डिप्रेशन के लक्षण ?
उदासी, खालीपन या निराशा की भावना का सामना करना।
छोटी–छोटी बातों को लेकर गुस्सा, चिड़चिड़ापन या निराशा की भावना।
नींद में कमी या बहुत अधिक नींद का आना।
थकान और ऊर्जा की कमी।
भूख और वजन में कमी या भूख ज्यादा लगना या वजन बढ़ना।
चिंता या बेचैनी।
ध्यान केंद्रित करने या निर्णय लेने में परेशानी।
चीजों को याद रखने में मुश्किल होना।
आत्महत्या के विचारों का आना आदि।
क्या है डिप्रेशन का आयुर्वेद इलाज ?
डिप्रेशन के इलाज की बात करें तो ये थेरिपी और आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों के द्वारा की जाती है, जैसे ;
शोधन चिकित्सा या जिसे बायो–क्लिनिंग थेरिपी भी कहा जाता है और ये डिप्रेशन से निजात पाने की बेहतरीन थेरिपी मानी जाती है।
विरेचन थेरिपी।
नास्य कर्म की थेरिपी।
शिरो वस्ति थेरिपी में 45 दिन रोगी के सिर में लगातार मालिश की जाती है।
शिरोधारा थेरिपी।
वही आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों की बात करें तो इसमें आपको ब्राह्मी जड़ीबूटी का सेवन करना चाहिए।
जटामांसी से नींद संबंधी विकार ठीक होते है।
अश्वगंधा भी डिप्रेशन की बेहतरीन दवा है।
अगर आप उपरोक्त तरह की दवाइयों को अपने डिप्रेशन को कम करने के लिए इस्तेमाल में लाना चाहते है तो इसके लिए आप दीप आयुर्वेदा हॉस्पिटल का चयन जरूर करें और यहाँ के अनुभवी डॉक्टरों से जानकारी हासिल करें की क्या अवसाद में उपरोक्त तरह की दवाई का सेवन कर सकते है या नहीं।