आयुर्वेदिक उपचार: एलर्जी के लिए सही उपचार सही समय पर आपकी सेहत में सुधार लाएगा

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आयुर्वेदिक उपचार: एलर्जी के लिए सही उपचार सही समय पर आपकी सेहत में सुधार लाएगा

  • November 6, 2021

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एलर्जी की समस्या किसी भी उम्र मेंहो सकती है | कई बार यह समस्या बच्चों में बढ़ती उम्र के साथ दिखने लग जाती है, जिससे की एलर्जी के लक्षण सामने आने लग जाते हैं | यह ज़रूरी है की एलर्जी के लक्षणों का सही समय पर इलाज करवा लिया जाए | यदि आप इस समस्या से झूझ रहें है तो आपको सबसे उच्च Ayurvedic Doctor in Ludhiana से अपना इलाज करवाना बहुत ही ज़रूरी है | यह समस्या आम है पर कई लोगों को इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं है, जिससे की उनको परेशानी का सामना करना पड़ता है | एलर्जी की समस्या इस बात की तरफ इशारा करती है की आपकी प्रतिरक्षाप्रणाली कमज़ोर होती जा रही है | इसी समस्या के चलते शरीर बहुत सारी चीज़ों को स्वीकार नहीं कर पता है | यह ज़रूरी है की आप सबसे अवल दर्जे के Ayurvedic Hospital in Ludhiana में जाकर अपना इलाज शुरू करवाएं | जैसे की Deep Ayurvedic Hospital, Ludhiana (लुधिआना) बहुत ही जाना माना हस्पताल है |

एलर्जी किन कारणों से होती है और इसके लक्षण

एलर्जी का असर त्वचा पर दिखना बहुत ही अहम् बात है | आपकी शरीर की प्रकृति के मुताबिक एलर्जी शरीर के अलगअलग हिस्सों पर गलत प्रभाव छोड़ती है | निचे दिए गए कुछ कारण जो बहुत ही प्रमुख माने जाते हैं एलर्जी के प्रभाव को बढ़ाने के लिए जो की लोगों में देखे जाते हैं :

  • 34% को झींगे से
  • 31% को गेहूं से
  • 28% को दूध से
  • 20% को बादाम से
  • 25% को सोयाबीन से
  • 18%को अंडे से
  • 17% को नारियल से
  • 10% को चिकन से
  • 9% को मछली से

एलर्जी के लक्षण (Allergy Symptoms)

एलर्जी की वजह से नाक बहना, आँखों से पानी आना, त्वचा का लाल होना, बुखार होना, उलटी होना, सांस लेने में दिक्कत होना, पेट की समस्या, आंख, होंठ, जीभ, और चेहरे पर सूजन का होना |

एलर्जी किसकिस प्रकार की होती है ?

  • नाक की एलर्जी (Allergic rhinitis)

नाक की एलर्जी मौसम बदलने के साथ बढ़ने लग जाती है जिससे की सूजन का होना बहुत ही आम बात है | इसके चलते नाक में एलर्जी, नाक बहना, नाक में खुजली होना बहुत ही आम लक्षण मने जाते हैं |

  • खाद्य पदार्थों की एलर्जी (Food Allergy)

कई बार शरीर कुछ प्रदार्थो को सही तरीके से लें नहीं पाता है जैसे की मछली, अंडे, गेहूं, मूंगफली, और दूध | इनके सेवन से एलर्जी के बढ़ने का खतरा बहुत ही अहम बात है |

  • ड्रग एलर्जी (Medicine Allergy)

कई लोगों में मेडिसिन से एलर्जी होना बहुत ही अहम बात है | कुछ ऐसे ड्रग होते हैं जिनके सेवन से शरीर पर बहुत से दाने होने लग जाते हैं |

  • एलर्जिक अस्थमा (Allergic Asthma)

एलर्जी वाले प्रदार्थ होते हैं जो की सांस की नालियों में सूजन पैदा कर देते हैं और सांस लेने में बहुत ही ज़्यादा दिक्कत होती है |

  • मौसमी एलर्जी (Seasonal Allergy)

मौसम एलर्जी के चलते आँखों में पानी आना, छींके आना, खुजली होना, और बहुत सरे लक्षण देखे जाते हैं |

इनके इलावा और बहुत सारी एलर्जी होती हैं जैसे की फंगल एलर्जी, अति सक्रिय प्रतिरक्षा प्रणाली एलर्जी, डैंडर एलर्जी, धूल और घुन से एलर्जी, लेटेक्स एलर्जी, और बहुत सी अधिक एलर्जी देखी जा सकती हैं |

आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लें

यह ज़रूरी है की आप सही समय पर एलर्जी का उपचार करवाने के लिए डॉक्टर से सलाह लें | आयुर्वेदिक डॉक्टर आपकी एलर्जी का प्रमुख कारण जानेंगे और उसी के चलते आपको ट्रीटमेंट दिया जाएगा | इसके इलावा कुछ प्रमुख घरेलू नुस्के है जो की आपकी एलर्जी में सुधार लाएँगे:

  • एंटीबैक्टीरियल साबुन (Antibiotic Soap) का इस्तेमाल करें
  • अधिक खारिश होने पर नारियल तेल में कपूर मिलाकर लगाएं
  • ज़्यादा पानी पिएं

पर यह ध्यान रखें की कोईभी नुस्का अपनाने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह लेना बहुत ही ज़रूरी है | Deep Ayurveda Hospital में आकार आप अपना सही समय पर इलाज करवाएं और एलर्जी से रहत पाएं |

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Ayurvedic Views: Causes, Symptoms and Treatment of Irregular Periods

  • October 30, 2021

  • 2403 Views

According to the expert Ayurvedic doctor in Ludhiana, “It is only the menstrual cycle of a woman that indicates the status of reproductive health. The perfectly regular cycle is the one that is lasting for about 28 days. But, sometimes our bodies may experience certain kinds of abnormalities and because of that we may face irregularity in the periods.”

Did you know?

If the periods always come regularly, it signifies that your body is undergoing several kinds of changes.

But! But! But!

If your periods are highly irregular then you must consult with the practitioners practising in the ayurvedic clinic in Punjab.

Which are the high signs that your menstrual cycle is irregular?

If the periods are getting started and stopping significantly at the different days of the month, then it is one of the most predominant high signs that your periods are not regular. Apart from that, there are some other signs that your periods are not regular:

  • If the bleeding you experience in the days other than the period is not related to the periodic cycle.
  • You are getting periods even after you have experienced menopause
  • You are either getting longer or shorter periods than usual.
  • You are experiencing more than one period cycle in 21 days.
  • You are not having periods in the cycle of 35 days.

What does Ayurveda have to say about the menstrual cycle?

According to ayurvedic science, “ Periods are the blessings that the God has particularly showered on the women. It is one of the effective ways to renew the reproductive capabilities and eliminate the toxins.”

In case, the individual is experiencing an irregular period, then first of all it is necessary to find the dosha which is dominating your body. Once found out, then the individual needs to make several changes in the diet and the other aspects of the lifestyle to make sure that the period cycle comes out to be regular.

Which are the predominant causes of the irregular periods?

One of the ayurvedic sub doshas which are responsible for regulating the periods of the menstrual cycle is known as Apana Vata. This dosha can be found in the lower abdomen and it governs the blood flow through all the following;

  • Intestines
  • Urinary Tract
  • Reproductive Tracts

The imbalance caused in this dosha is highly responsible for irregular periods.

Which factors can cause an imbalance in the Apana Dosha?

The following factors can cause imbalance in the Apana Dosha:

  • Stress
  • Improper Diet
  • Long-Term Illness

What according to Ayurveda have the powers to effectively regulate the menstrual cycle?

The intake of the proper diet and making movements in the body in the form of exercise and aerobics can regulate the menstrual cycle.

Final Comments!

Apart from the diet and the lifestyle, the intake of the various ayurvedic herbs can also help to make the periods regular. Such herbs include Sandalwood, Hibiscus, Licorice and Asafoetida.