बीमारियों से बचाव व इम्युनिटी को मजबूत करने के लिए आजमाएं रामबाण आयुर्वेदिक उपाय !

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बीमारियों से बचाव व इम्युनिटी को मजबूत करने के लिए आजमाएं रामबाण आयुर्वेदिक उपाय !

  • July 22, 2023

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आयुर्वेद की अगर बात करें तो पुरातन समय से ही इसमें तमाम दवाइयों का इलाज मिलते चले आ रहा और लोगों को इससे कही न कही फ़ायदा भी हुआ है। हलाकि आयुर्वेद को लेकर बहुत से लोगों के दिमाग में ये बात भी घूम रही होगी की क्या इम्युनिटी को बढ़ाने या मजबूत करने के लिए इसका इलाज मिल सकता है या नहीं, तो आप भी चाहते है की इस बदलते मौसम में आपका इम्यून सिस्टम मजबूत रहें तो इसके लिए आपको आर्टिकल को अंत तक जरूर से पढ़ना चाहिए, तो शुरुआत करते है आर्टिकल की और जानते है की इम्यून सिस्टम को कैसे मजबूत करेंगे रामबाण आयुर्वेदिक उपचार ;

क्या है इम्युनिटी सिस्टम ?

  • इम्यून सिस्टम को हमारे शरीर का एक मजबूत अंग माना जाता है, वही अगर ये कमजोर पड़ गया या इनमे किसी तरह की खराबी आ गई तो कैसे हम इस तरह की समस्या से खुद का बचाव कर पाएगे इसके बारे में आपको बताएंगे। 
  • इम्यून सिस्टम जिसे प्रतिरक्षा प्रणाली के नाम से भी जाना जाता है। 
  • वही इम्यून सिस्टम हमारे शरीर में ऐसा भाग होता है जो हमे और हमारे शरीर को हर तरह की बीमारी से लड़ने में काफी मदद करता है। 
  • वहीं, अगर शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो, तो इससे वायरस और बैक्टीरियल संक्रमण का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसलिए इम्युनिटी के कमजोर होने से पहले ही अपनी जीवन शैली में परिवर्तन लाए। और खान-पान में पौष्टिक आहार का सेवन करें।

आप बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक में जाकर भी इम्यून सिस्टम को बढ़ाने के बारे में जानकारी हासिल कर सकते है।

इम्यूनिटी को मजबूत करने के उपाय क्या है ?

  • यदि आप अपनी इम्युनिटी को मजबूत करना चाहते है तो इसके लिए आपको अपनी दिनचर्या में एक बार तुलसी, लौंग, अदरक और दालचीनी आदि से मिक्स काढ़े का सेवन जरूर करना है।
  • रोजाना 25 से 30 मिनट योग और प्राणायाम को जरूर करें, जिससे आपके इम्यून में बढ़ोतरी होगी और वो मजबूत बनेगा। 
  • इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए रोजाना सोने से पहले एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर का सेवन दूध या पानी के साथ कर सकते है। वही इसका सेवन आपको रोजाना करना है, लेकिन बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से जरूर सलाह ले।
  • आयुर्वेद में हल्दी को औषधीय गुणों का खजाना कहा जाता है। वही हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट जैसे तमाम औषधीय गुण मौजूद होते है। इसके अलावा आप हल्दी का सेवन करने से संक्रमण से भी बच सकते है। वही अगर आप रोजाना सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीते है तो आपको नींद अच्छी आती है और इम्यूनिटी भी मजबूत होती है।
  • आयुर्वेद की बात करें तो इसमें गिलोय का इस्तेमाल औषधि के रूप में सदियों से किया जा रहा है। गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते है। 

इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए कौन-सी खाने की चीजों का सेवन करना चाहिए ?

  • सभी विटामिन से भरपूर खाने की चीजों को अपने डाइट में जरूर से शामिल करें। 
  • इसके अलावा आप पालक इसके साथ दाल, राजमा, बींस, मूंगफली और विटामिन-सी से भरपूर संतरे, चकोतरा और नींबू जैसे सिट्रस फ्रूट्स का सेवन भी करना चाहिए।
  • इम्युनिटी को बढ़ाने में खाने की चीजों का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है,  इसलिए उपरोक्त खाने की चीजों का खास ध्यान रखें।

सुझाव :

इम्यून सिस्टम को बढ़ाने के बारे में जानकारी लेने के लिए आप दीप आयुर्वेदा हॉस्पिटल का चयन भी कर सकते है। 

निष्कर्ष :

इम्यून सिस्टम बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है इंसान की ज़िन्दगी में, इसलिए अगर आप भी इम्यून को मजबूत बनाना चाहते है, तो इसके लिए आप बदलते मौसम में अपना खास ध्यान रखें और खान-पान में लापरवाही बिलकुल न करें।

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पैरालिसिस का इलाज कौन-कौन सी आयुर्वेदिक दवाइयों में छुपा है ?

  • July 20, 2023

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पैरालिसिस में शरीर का एक अंग का काम न करना या कई मामलों में शरीर समस्त रूप में ही कार्य करना बंद कर देता है जो की व्यक्ति के लिए काफी परेशानी खड़ी कर देता है । इसके अलावा ये समस्या क्यों अपना शिकार बनाती है, इसके बारे में आज के आर्टिकल में बात करेंगे और साथ ही आयुर्वेद का क्या स्थान है पैरालिसिस की समस्या को ख़त्म करने का इसके बारे में भी चर्चा करेंगे ;

क्या है पैरालिसिस ?

  • पैरालिसिस की बात करें तो इसे सामान्य भाषा में लकवा मारना कहते है। वहीं अगर आयुर्वेद पद्धति की बात करें तो उसमे पैरालिसिस को पक्षाघात के नाम से जाना जाता है, जोकि एक वायु रोग है। 
  • पैरालिसिस की वजह से व्यक्ति की शारीरिक प्रतिक्रियाएं बदलने लगती है, जैसे बोलने की क्षमता और महसूस करने की क्षमता का खत्म होना। 
  • वही आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से वात दोष बढ़ने या अंसतुलित होने पर शारीरिक अंगों में कुछ हलचल कम होने लगती है, जो पैरालिसिस का कारण बन जाता है। वही ऐसा तब होता है जब शरीर में गंभीर चोट या नस कमजोर होने लगती है।

पैरालिसिस के कारण क्या है ?

पैरालिसिस के कई कारण हो सकते है, जैसे:

  • स्ट्रोक की समस्या।
  • अटैक का आना।
  • कान में दर्द की समस्या का उत्पन्न होना।
  • हड्डी, पीठ या सिर में तेज चोट का लगना।
  • मस्तिष्क संबंधी विकार।
  • स्पाइनल कॉर्ड से जुड़ी परेशानी।
  • शरीर के किसी एक हिस्से जैसे हाथ या पैर या कभी दोनों में कमजोरी महसूस होना।
  • जन्म से ही मांसपेशियों का कमजोर होना आदि।

इसके कारणों को जानने के बाद जल्द ही पैरालिसिस के इलाज के लिए बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर का चयन करें ।

पैरालिसिस के लक्षण क्या है ?

इसके लक्षण निम्न प्रस्तुत है, जैसे ;

  • अत्यधिक कमजोरी महसूस करना।
  • किसी भी शारीरिक हिस्से का सुस्त पड़ना।
  • बोलने में कठिनाई का सामना करना।
  • कोई भी बात या सामने वाले व्यक्ति द्वारा कही गई बातों को ना समझना या समझने में दिक्कत का सामना करना।
  • देखने में तकलीफ का सामना करना आदि।

 

आयुर्वेद में पैरालिसिस का कौन-सा उपचार है सहायक ?

  • नास्य की आयुर्वेदिक दवाई उन लोगों के लिए काफी सहायक मानी जाती है जिन लोगों को हाल ही में लकवे की शिकायत हुई है। दरअसल नास्य पद्धति के दौरान पेशेंट के नाक में औषधीय तेल या अर्क डाला जाता है। वही यह पद्धति तब बेहद कारगर मानी जाती है, जब व्यक्ति को कफ की वजह से लकवे की समस्या हुई हो।
  • लकवे की परेशानी को ठीक करने के लिए मृदु विरेचन विधि काफी बेहतरीन मानी जाती है।
  • पैरालिसिस का आयुर्वेदिक इलाज बस्ती विधि में भी सम्मलित है।
  • स्वेदन भी बेहतरीन आयुर्वेदिक दवा है पैरालिसिस की। 
  • स्नेहन की पद्यति में पैरालिसिस मरीज को टेबल पर लिटा दिया जाता है फिर उसके पुरे शरीर की मालिश की जाती है।

इन उपरोक्त उपचारों को करवाने के लिए बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक का ही चयन करें।

 

लकवे के मरीज को खुद के खाने का कैसे ध्यान रखना चाहिए ?

  • गाजर, चुकंदर, ओकरा को अपनी डेली डायट में शामिल करें।
  • हमेशा ताजा खाना खाएं।
  • ऐसे खाद्य पदार्थों को डेली डायट में शामिल करें जो मीठे, खट्टे और नमकीन हों।
  • नट्स का सेवन रोजाना करें।
  • चावल और गेंहू से बने खाद्य पदार्थों का सेवन करें।

 

लकवे के इलाज के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

अगर आप भी लकवे की समस्या से खुद का बचाव करना चाहते है या लकवे की समस्या से निजात पाना चाहते है तो इसके लिए आपको दीप आयुर्वेदा हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए।